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गुरुवार, 3 मार्च 2011

भगवा युद्ध : एक युद्ध राष्ट्र के विरुद्ध



जेयूसीएस और फुट प्रिंट्स प्रस्तुति


अवधि. 61 मिनट
इस फिल्म के निर्माण की शुरुआत 2005 में मऊ दंगे के रूप में पूर्वी उत्तर प्रदेश में हिंदुत्ववादियों द्वारा गुजरात दोहराने की कोशिश को समझाने के लिए हुईण् इसके कुछ अंशों को अयोध्या फिल्म महोत्सव और इंडिया हैबिटेट सेंटर नई दिल्ली में प्रदर्शित किया जा चूका हैण् फिल्म के कुछ दृश्यों के आधार पर मानवाधिकार संगठनों ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में मुक़दमा किया हैण्
गोरखनाथ पीठ सदियों से निचली श्रमिक जातियों की ब्राह्मणवाद विरोधी सांस्कृतिक चेतना का केंद्र रहा हैण् कालांतर में मुस्लिमों को एक हिस्सा भी इसके प्रभाव में आया और मुस्लिम जोगियों की एक धरा भी यहाँ से बह निकलीण् लेकिन पिछली एक सदी से यह पीठ सावरकर के हिन्दू राष्ट्र के सपने को साकार करने की प्रयोगस्थली बन गयी हैण् जिसके तहत ष्हिन्दुओं के सैन्यकरण और अल्पसंख्यकों को दोयम दर्जे का नागरिक बनानेष् का खाका खिंचा जा रहा हैण् इस विचार की अभियक्ति समझौता एक्सप्रेसए मालेगांवए मक्का मस्जिदए अजमेर समेत देश के कई हिस्सों में हुए आतंकिवादी विस्फोटों में हुई हैण् यह फिल्म समाज में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने के लिए की जा रही ष्टेरर पोलिटिक्सष् को समझाने का एक प्रयास हैण्

निर्देशक . राजीव यादवए शाहनवाज़ आलमए लक्ष्मण प्रसाद
परिकल्पना . शाहनवाज़ आलमए राजीव यादवए शरद जयसवालए विजय प्रतापए शाह आलम
संपादन दृ राकेश कुमारए संदीप दुबे
सम्पर्क . 623ध्13 शंकरपुरीए कमताए पोस्ट.चिनहटएलखनऊ ;उण्प्रण्द्ध 09415254919ए09452800752ए09028695028

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